हर पल बाबा याद तुम्हारी आती है
याद तुम्हारी खाटू धाम बुलाती है
हम तो हैं बस विनती करने वाले
बा तो रहा जाए ना
ओ लीले घोड़े वाले हमें खाटूधाम बुला ले
अँखियाँ तुम्हे देखन को तरसे
याद तुम्हारी में टिप टिप ये बरसे
मन भर रहा है है अपना फिकर से
आये तो आएं हम किस डगर से
तुम्ही दिखा दो हमें रास्ते
ओ लीले घोड़े वाले हमें खाटूधाम बुला ले
हम तो हैं अब सपने ये बुनते
देखे हमें जब अपनों में चुनते
इतना यकीन इतना है भरोसा
हारे हुओ की जल्दी हो सुनते
अब तो बुला ले हमें सांवरे
ओ लीले घोड़े वाले हमें खाटूधाम बुला ले