खाटू वाले श्याम धनी के दर्शन करने आवे,
अरे रींगस से हम ध्वजा उठा कर पैदल पैदल जावे,
जय शीश के दानी ओ शीश के दानी भाग्य बनाओ……
बाबा जिसके साथ खड़ा तू हो जाए,
उसका कोई बाल न बांका कर पाए,
हारे का सहारा दाता तू सब की लाज बचाता,
अरे हम सब पर भी कृपा कर दो दर पर तेरे आए,
जय शीश के दानी ओ शीश के दानी भाग्य बनाओ……
एक बार जो बाबा तेरे दर पर आते हैं,
दुनिया भर में तेरे ही गुण गाते हैं,
तेरी महिमा अजब निराली तू भर देता झोली खाली,
अरे डूबी नैया पार हो गई तेरे नाम के सहारे,
जय शीश के दानी ओ शीश के दानी भाग्य बनाओ……..
भक्त तेरे हैं तेरे दर पर आए हैं,
हारे हुए दिलों को भी साथ में लाए हैं,
दीपक राणा भी कलम चलाएं,
प्रबल ठाकुर दिल से गाय,
और हुकुम सिंह भाई राजस्थानी बाबा की महिमा सुनाएं
जय शीश के दानी ओ शीश के दानी भाग्य बनाओ…..
खाटू वाले श्याम धनी के दर्शन करने आवे,
खाटू वाले श्याम धनी के दर्शन करने आवे,
अरे रींगस से हम ध्वजा उठा कर पैदल पैदल जावे,
जय शीश के दानी ओ शीश के दानी भाग्य बनाओ…….