मन की खोल केवडिया सुन ले साईं का भजन मेरे काम की
मोहे लागी रे लगन साईं नाम की
बाँट रहे वो अमृत प्यारे दाता शिर्डी वाले
धनि हो कोई कोई भिखारी हाथ सभी फैलाए
लागी रे लगन साईं नाम की
साईं तेरी धुनी जलाई राखो लाज ओ साईं
तू दर्पण है मेरा साईं उजड़ी दुनिया वसाई,
कहती दुनिया पागल हम को हां तेरे ही पागल है
लागी रे लगन साईं नाम की