आओ नी आओ प्यारा सांवरिया मीरा रा नटवर नगरिया
बा मीरा कांई थान घोल पिलायो
विष का प्याला ने क्ईईंया अमृत को बनायो
मीरा भगती में होगी बावरिया
आओ नी आओ प्यारा सांवरिया
कर्मा बाई को थे मान बढ़ायो
बुशयो खिचाडलो थान किया भायो
घाबलिये के ऑल जीम लिया
आओ नी आओ प्यारा सांवरिया
धने भगत के थे बनगया हाली
खेती निपजाई बिन बीज और पानी
शाच भगता न थेतो परख लिया
आओ आओ प्यारा सांवरिया
ओ लाखो बाबा थान खूब मनाव
दर्शन की अमृत नित अरज लगाव
अर्जी पे मर्जी थारी चाल ली किया
आओ नई आओ प्यारा सांवरिया
सिंगर लखबीर सिंग लाखा
लेखक। अमृत राजस्थानी