तूने मुझको इतना दिया कैसे करू मैं तेरा शुकरियाँ,
जब से हुई है तेरी मेहर जलने लगा है भुजता दियां.
मतलबी लोग सब मतलबी ज़माना था,
मिल गया सुबह तो फिर न शाम का ठिकाना था,
तूने जीवन महका दिया कैसे करू मैं तेरा शुकरियाँ
तूने मुझको इतना दिया ....
था भरोसा एक दिन सुन ही लेगा श्याम को,
बहते आंसूयो का दर्द जाएगा जान तू,
आखिर आकर थाम लिया कैसे करू मैं तेरा शुकरियाँ
तूने मुझको इतना दिया ....
बन गये हो अब मेरे बन के रहना बस युही,
बीत पाएगी न अब बिन तेरे ये ज़िंदगी,
राजू पे करना इतनी दया करता रहे वो तेरा शुक्रियां,
तूने मुझको इतना दिया ....