दयालु दया कर दया चाहता हु,
दिखा दे तू दर्शन यही चाहता हु,
मेरे मन के मंदिर में हो तेरी मूरत नैनो में छाई रहे तेरी ही सूरत,
किस पल मिलो गये बता दो महूरत,
मैं हु श्याम तेरा तुम्हे चाहता हु,
दयालु दया कर दया चाहता हु
बिरहा की लग्न मेरे मन में जगा दे,
तेरे प्रेम की आग दिल में लगा दे,
बना अपना पागल दीवाना बिना दे,
तेरे प्रेम की इक झलक चाहता हु,
दयालु दया कर दया चाहता हु
तेरे नाम पे श्याम बदनाम हो कर,
तेरे मैं पीछे सब बैठा हु खो कर,
जोतिक रशिक सिर्फ तेरा ही हो कर,
छिपा तुमसे क्या है मैं क्या चाहता हु,
दयालु दया कर दया चाहता हु