मैं भक्त निर्बल भगवान तू मेरा
मैं सेवक श्याम तेरा
जन्म जन्म से रटता तेरा नाम मैं घनश्याम
आज तो विनती सुन लो हमारी ,कृष्ण कन्हैया नीले धारी
मात यशोदा जी के छैया,दर्शन दे दी कृष्ण कन्हैया
अब तो मिटा दो मन का अंधेरा
तेरे नाम का प्याला,आज बना हू मै मतवाला
हीरे मोती माल ख़ज़ाना, मांगे नहीं तेरा दीवाना
बनकर रहूंगा चरणों का चेरा
अपने चरणों में अपना लो, शर्मा को ना दर से टालो
पल पल छिन छिन पांव पसारे,गाऊंगा मैं गीत तुमारे
कोई नहीं है इस जग में मेरा