कान्हा मारण पूतना आयो:-
कान्हा मारण पूतना आयो,
जात कर्म संस्कार छठी दिन,
नन्द भवन पापी कंस पठायो,
कान्हा मारण ----------
धरि बेषो सुन्दर गोपिन को,
श्री श्यामहि अंक लिपटायो,
कान्हा मारण---------
विष लेपित स्तन तेहि धार्यो,
हरि मुख स्तनपान करायो,
कान्हा मारण-----------
हरि मुस्कात पिबत धरि स्तन,
प्राण लेई यमलोक पठायो,
कान्हा मारण -------------
रचना आभार,: ज्योति नारायण पाठक
वाराणसी