जय जय जय गिरिराज किशोरी।
जय महेश मुख चन्द्र चकोरी॥
जय गौरी माँ, तेरी जय हो गौरी माँ।
अमर गुहागन तेरी जय हो हो देवी माँ॥
ओ मैया शिंगार तेरा लाल है।
ओ गौरी शिंगार तेरा लाल है।
लाल महावर लाल लाल मेहँदी,
लाल सिंधुर तो लाल लाल चुनरी।
मृग मद का तिलक तेरे भाल है।
दर्शन करके यह मनवा निहाल है
मनवांछित वर देने वाली,
राखिओ अमर सुहाग की लाल।
जय गौरी माँ, तेरी जय हो गौरी माँ।
अमर गुहागन तेरी जय हो हो देवी माँ॥