ये साँसे ये धड़कन मेरे श्याम की हुई मेरे श्याम की हुई
मिलने को बाबा श्याम जी जिया बेकरार है
जीना तुम्हारे बिन तो मुझे न ग्वार है
मैं लाख चाहू दाता तुझे भूल ता नही
प्यासी निगाहों को तेरा इन्तजार है
ये साँसे ये धड़कन
जब से नजर मिली न खबर आप की मिली
मुझको सजा ये कैसी तेरे प्यार की मिली
विरहा में तेरे मेरा जियरा बड़ा उदास
मुझको तो बस ललक तेरे दीदार की लगी
ये साँसे ये धड़कन
ऐसे सताओ न दर्शन दिखाओ तो सही
आखिर तुम्हारा हु मुझको रुलाओ तो नही
मैं तरसु तेरे प्यार को ठोकर मारू संसार को
सब झूठे रिश्ते छोड़ के मैं ध्याऊ कृष्ण मुरार को
ये साँसे ये धड़कन
तेरी जुदाई में आंसू बहाता हु सदा
तुझको मनाता हु तुझको बुलाता हु सदा
अब सारे बंधन तोड़ के
मैं सारी रस्मे तोड़ के ये हर्ष शरण में आ गया दुनिया से नाता तोड़ के
ये साँसे ये धड़कन