लाल देह लाली लसे,अरु धरि लाल लँगूर
बज्र देह दानव दलन, जय जय जय कपि सूर
अंजनी दुलारे, वो पवन पुत्र प्यारे गजब कर डारे
राम नाम से लगन लगाऐ,
हृदय में सियाराम बसाये,
होके मगन राम,नाम है उचारे,
गजब कर डारे....
मांथे सिया जी के देख सिंदुरवा,
काहे लगाई मां पूछे लंगूरवा,
सारे ही तन पे,सिंदूर है धारे,
गजब कर डारे........
माता सिया का, पता लगाएं,
अभिमानी रावण की लंका जलाऐ
ना जाने कितने, असुरों को मारे
गजब कर डारे.......
भाई भरत सा, मान है पाए,
अजर अमर वरदान है पाए,
दीप सियाराम,जिनके प्राण प्यारे
गजब कर डारे
अंजनी दुलारे, वो पवन पुत्र प्यारे गजब कर डारे
गजब कर डारे