मेरे नौ दिन हुए है बहार के
मां शेरावाली आई मेरे द्वार पे
पहले दूजे दिन मैया मोय ऐसे लगे
जैसे घर में जच्चा बच्चा आ गए
तिजे चौथे दिन मैया मोय ऐसे लगे
जैसे घर में खुशी आनन्द छा गये
पांचवे छठवें दिन मैया मोय ऐसे लगे
जैसे घर में शंख शहनाई बज गए
सातवें आठवें दिन मैया मोय ऐसे लगे
जैसे घर में मेरे भंडारे सब भर गए
तेरे नवे दिन मैया मोय ऐसा लगे
जैसे घर मे देव रिद्धि सिद्धि दे गए
मेरे नौ दिन हुए है बहार के
मां शेरावाली आई मेरे द्वार पे
रचियता ~नीलम अग्रवाल