बेटा हमें बना लो आँचल में माँ छिपा लो,
बाँहों में अपनी लेकर अपने गले लगालो………..
आओ माँ मेरे अंगना तेरा लाल है पुकारे,
सूना है मेरा आँगन मैया बिना तुम्हारे,
ममता की भीख देकर इस लाल को माँ पालो……..
सेवा करूँगा तेरी चरणो में बैठ करके,
तेरी छवि निहारू हर रोज़ जी को भरके,
उजड़ा हुआ हूँ दाती हर हाल में बसा लो…..
बिन तेरी रहमतों के इक पल न रह सकूँगा,
दुनिया के तीखे ताने अब मैं न सह सकूँगा,
दुनिया की उलझनो से मुझको ऐ माँ निकालो….
अटकी है साँस मेरी माँ देर ना लगाना,
कुटिया में लाड़ले की माँ एक बार आना,
बस इतनी प्रार्थना है रोमी की भूलें टालो……….