प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान
श्रृष्टि रचैया रमन रचैयाँ
करुना के सागर प्रभु दया वान
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान
प्रभु श्री राम से पेहले लिखी थी गाथा
ब्रह्म ग्यानी हमरे जगत विध्याता
आध कवी मेरे ऋषि वर दाता,
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान
सीता मैया के दुःख निवारे
योधा लव कुश शरण तिहारे
शाश्त्र विद्या गुण दिए सारे
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान
अमृत से अमृत सर नगरी वसाई,
गुरु ज्ञान नाथ में अपनी ज्योत जगाई,
वाल्मीकि तीर्थ में रेहमते बरसाई,
प्रगटेयो प्रभु वाल्मीकि भगवान