आज राम मेरे घर आए, आज राम मेरे घर आए।
नी मै ऊँचे भाग्य वाली, मेरी कुटिया के भाग्य जगाए॥
नी मै राह में नैन बिछाऊं, और चन्दन तिलक लगाऊं।
नी मैं रज रज दर्शन पाऊं, आज राम मेरे घर आए॥
वो जग का पालनहारा, और दुनिया का रखवाला।
वो सबके दुःख मिटाए, आज राम मेरे घर आए॥
नी मै जिंदगी का फल पाऊं, और चख चख बेर खिलाऊं।
वो हस हस खाते जाए, आज राम मेरे घर आए॥
नी मैं हृदय का थाल बनाऊ, नैनो की ज्योति जलाऊं।
नी मैं आरतियाँ उतारूँ, आज राम मेरे घर आए॥