हे नाथ दयावानों के सिर मौर बता दो,
छोडूँ मैं भला आपको किस और बता दो,
हा शर्त ये कर लो की मैं हट जाऊँगा दर से,
अपना सा कृपा सिंधु कोई और बता दो,
छोडूँ मैं भला आपको....
अगर धाम मैं सरकार के रह सकता नहीं हूँ,
तो द्वार पे रहने के लिए पीर बता दो,
छोडूँ मैं भला आपको .......
रैदास अजामिल सदन वो गिद्ध गणिका,
रहते हो जहाँ मुझको वही ठोर बता दो,
छोडूँ मैं भला आपको .......
आंसू की झड़ी पर भी दया कुछ नहीं करते,
द्रिगबिंदु का कब तक ये चले दौर बता दो
छोडूँ मैं भला आपको ......