हम तो आए शरण में तुम्हारी,
लाज़, रखना, गजानन हमारी ॥
तुम तो, एकदंत, चार भुजा धारी,
और, लंबोदर, सुंड बड़ी भारी ॥
ज्ञान, बुद्धि के, दाता बड़े स्वामी ॥
लाज़ रखना, गजानन हमारी...
हम तो, आए, शरण में...
शिव, शंकर के, राज दुलारे,
गौरा, मईया की, आंखों के तारे ॥
रिद्धि, सिद्धि के, दाता बड़े ज्ञानी ॥
लाज़ रखना, गजानन हमारी...
हम तो, आए, शरण में...
मेवा, पकवान, तुमको ना भावे,
दूध, मिश्री ना, तुम को सुहावे ॥
लड्डू, मोदक पे, आप बलिहारी ॥
लाज़ रखना, गजानन हमारी...
हम तो, आए, शरण में...
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल