मेरे रोम रोम में श्याम मगन मैं नाचूँगी ॥
मेरा जुड़ गया इनसे नाम मगन मैं नाचूँगी॥
मैं गिरधर की गिरधर मेरे जनम जनम के हो गए फेरे -॥
मेरा जुड़ गया इनसे नासम मगन .......
मुझे न चावे उसकी मस्ती मुझे तोह मिल गयी बिकुल सस्ती-सस्ती॥
ना कोढ़ी लगा ना दाम मगन ......
जब कान्हा की बाजे मुरलिया छम छम बाजे मोरी पायलिया॥
अब लोग करे बदनाम मगन ......
ऐसी नज़र प्रेम की मरी सुध बुध भुलगाई मुझे सारी॥
अब भूल गयी घर बार मगन .......॥