हे आंबे माँ हे आंबे माँ ,
लगता डर है माँ दरिंदो से आके लाज बचा
हे आंबे माँ हे आंबे माँ ,
एक बेटी दुःख अपना माँ तुझको सुनाती है
रो रो कर चरणों में माँ तुझको बुलाती है,
हे आंबे माँ हे आंबे माँ ,
असुरो की मिटाती है पापियों को मिटाती है
दानवो के आंतक से तू सब को बचाती है
असुरो की मिटाती है पापियों को मिटाती है
जग्जनी दुर्गा माँ बेटी आज बुलाती है
हे आंबे माँ हे आंबे माँ ....
आज कदम कदम पर माँ दुःख बेटियां उठाती है,
जॉली मु की हाथो में जाने अपनी गवाती है
हे आंबे माँ हे आंबे माँ ,