शंकर भोले भाले तेरी महिमा है अपार
करता हर दम भोला भगतो का बेडा पार
शंकर भोले भाले तेरी महिमा है अपार
रूप गजब तेरी शान निराली हाथ में बाबा तेरे भांग की प्याली,
दर्शन देदो मुझको तूम आकर तो इक बार
करता हर दम भोला भगतो का बेडा पार
जब जब भगतो पे भीड़ पकड़ी है छोड़ समाधि तूने पीड हरी है,
राह तकू मैं बाबा तेरी बारम बार
करता हर दम भोला भगतो का बेडा पार
भगती न जानू बाबा जानू न पूजा
इतना ही जानू तुम बिन कोई न दूजा
भगतो की है विनती बाबा से बारम बार
करता हर दम भोला भगतो का बेडा पार