जय श्री महाकाल
मै यादों का किस्सा खोलूँ तो,
महाकाल बहुत याद आते हैं.
मै गुजरे पल को सोचूँ तो,
महाकाल बहुत याद आते हैं.
अब उज्जैन नगरी में,
आबाद हैं जाकर मुद्दत से.
मै देर रात तक जागूँ तो ,
महाकाल बहुत याद आते हैं.
कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
महाकाल बहुत याद आते हैं.
वो पल भर की नाराजगियाँ,
और मान भी जाना पलभर में,
अब खुद से भी रूठूँ तो,
महाकाल बहुत याद आते हैं ।
जय श्री महाकाल
जय श्री महाकाल परीवार ग्रूप
मो 9067451771