राधा वेख दी है चढ़ के चोबारे
श्याम मेरा क्यों नही आया
मेरे श्याम का गोकुल में डेरा
मेरी आँखों में श्याम का बसेरा
कोई समजा न इस की माया
श्याम मेरा क्यों नही आया
मेरे श्याम की गोपियाँ दीवानी राधा की बडती जाती परेशानी
मैंने अस्को से दामन बिगोया श्याम मेरा क्यों नही आया
बानिया दो के सहे नही जाए
हर्ष भी बिचारा श्याम तुम को बुलाये,
सुमित बन गया है श्याम का दीवाना
श्याम मेरा क्यों नही आया