हाथ कस कर पकड़ ले मेरा संवारे
मैं छुड़ाना भी चाहु छुड़ा न सकू,
मेरी हर सांस पे श्याम लिख इस तरह,
मैं मिटाना भी चाहु मिटा न सकू,
हाथ कस कर पकड़ ले मेरा संवारे
मुझको लूटने का डर जग के मेले में है,
पांच डाकू भी संतो के रेले में है,
ठगनी माया की मीठी सी बातो में मैं कभी आना भी चाहु तो आ न सकू,
हाथ कस कर पकड़ ले मेरा संवारे.
हाथ में तेरे जब तक मेरा हाथ है ,
मुझको छू ले कोई किस की औकात है,
श्याम प्यारे सदा तू मेरे साथ है,
मैं भूलना भी चाहु भुला न सकू,
हाथ कस कर पकड़ ले मेरा संवारे
श्याम संदीप को तू बना बांसुरी,
नाचू छम छमा छम धुन में तेरी,
सर किसी और दर पे कभी संवारे,
मैं झुकना भी चाहु झुका न सकू,
हाथ कस कर पकड़ ले मेरा संवारे