दुनिया चलती पेरो पर मै श्याम भरोसे चलता हु,
मेरा कुछ भी नही है बाबा तेरे बरोसे पलता हु,
भूल के सारी दुनियादारी श्याम का दामन थमा है,
देखके इसकी रहमत भारी खुद सुदामा माना है,
श्याम चरण में स्वर्ग सा सुख है यह मने माना है,
दुनिया चलती पेरो ......
ना गबरावे दिल मेरा अब श्याम मेरे साथ है,
संकट अवे जब जब मुझ पर चलता आगे आगे है,
श्याम के दर पर आके देखो सोई किस्मत जग जावे
दुनिया चलती पेरो ........
सांसे तो एक वेहम है श्याम के नाम से जीता हु
प्यास लगे तो मैं बस थोरी श्याम की मस्ती पीता हु,
कृष्ण ये बोले अपना हर पल श्याम भरोसे जीता हु
दुनिया चलती पेरो .......