श्याम सलोने सुनले पुकार मेरी सुनले पुकार
दर्श दिखला दे मुझे आई हूँ तेरे द्वार
श्याम सलोने .................
मैं दुखिया ग़म की मारी सुनले तू गिरधारी
बस एक नज़र मुझ प इ कर दे
खाली झोली मेरी बी हर दे
फांसी मझधार में हूँ सांवरे कर दे पार
श्याम सलोने .................
दुनिया के तुम रखवाले किस्मत के खोलो ताले
मैं हार के दर पे आई हूँ और मन में मुरादें लाइ हूँ
कर दे मुझपे भी करम ऐ मेरे लखदातार
श्याम सलोने .................