श्याम इतना बता दो जरा तुम मुझे,
गमज़दा क्यों मेरी ज़िन्दगी रह गई,
या तो तेरे करम ने तवज्ज़ो ना दी,
या तो पूजा में मेरी कमी रह गई,
श्याम इतना बता दो...
नाम तन मन से जब मैंने तेरा लिया,
श्याम बाबा ने सब काम मेरा किया,
रात सपने में बाबा ने दर्शन दिए,
ये नजरियां लड़ी, के लड़ी रह गई,
श्याम इतना बता दो ....
भक्त सहते है लाखो कसाले यहाँ,
पापियों के बड़े बोल बाले यहाँ,
ऐश बंगलो में बगुला भगत कर रहे,
टूटी क्यों दास की झौपड़ी रह गई,
श्याम इतना बता दो ....
कष्ट सारा बिजेन्दर का हर लीजिए,
हाथ चंदन के सर पे भी धर दीजिए,
मन में मंदिर बना दिल में ज्योति जगा,
मेरे मन में सुरतियाँ जड़ी रह गई,
श्याम इतना बता दो....