मोरे श्याम तुम बिन लागे न जिया लागे न
तेरी प्रीत में मेरी जीत रे मोरे श्याम रे
अखियो की प्यास बुजा दियो थाम लो विराजियो
मोरे दिल में अब तो विराजियो
ब्रिज के दुलारे श्याम रे कन्हिया लाल रे,
जल भी न भाये बिन तेरे नींदिया न आये बिन तेरे,
मोहे दर्श दो विराजियो दिल में विराजियो
अखियो में तू सपनो में तू
मेरे जिस्म में मेरी रूह में मोरे श्याम तुम बिन लागे न जिया लागे न
तेरी प्रीत में मेरी जीत रे मोरे श्याम रे