बंसी दे नाल ना मार श्यामा
वे सानू बंसी दे नाल ना मार
बंसी तेरे दिया मिठिया ने ताना
किथों बजावन सिखिया ऐ कान्हा
केड़ा गुरु लिता धार श्यामा
वे सानू................
बंसी तेरी ने वे श्यामा जादू ऐ पाया
जादू ऐ पाया के सानू मार मुकाया
सुत्या तू जमुना तो पार श्यामा
वे सानू..............
काम ते काज सब छूठ गए ने घर दे
रोटी नहीं पकदी श्यामा भूखे पये मरदे
हो गए ने आज दिन चार श्यामा
वे सानू.............
लोकी ते कहन्दे श्यामा सानू शौदाई
किसदे किसदे नाल दस करिये लड़ाई
सबदिया लाइए सहार श्यामा
वे सानू..............