बजरंग बाला है सोटे वाला सब से निराला है घाटे वाला
मेहंदीपुर में तकदीरो का खुलता है ताला
बजरंग बाला है सोटे वाला सब से निराला है घाटे वाला
अंजनी माँ का राज दुलारा राम लला का प्यारा है
मेहंदीपुर में ज्योत जगे है फैला जग उजियारा है
भगतो ने दर पे है डेरा डाला सब से निराला है घाटे वाला
लोग यहाँ दुःख दर्द सुनाने दूर दुर से आते है,
बाला के आँगन से खुशियाँ भर भर के ले जाते है
देके दुखो का अपने हवाला सब से निराला है घाटे वाला
बजरंग बाला है सोटे वाला सब से निराला है घाटे वाला
हट जाती बुरी बलाए अगर किसी पे होती है
मेहंदीपुर आते ही सब चिलाती है रोती है,
हो जाता है यहां पल में निकाला सब से निराला है घाटे वाला
बजरंग बाला है सोटे वाला सब से निराला है घाटे वाला