कलयुग के है इक देवता जिनका नाम निराला,
जो भी पूजे इनको खोले बंद किस्मत का ताला,
जय हो जय हो बजरंग बाला जय हो अंजनी के लाला,
दुष्ट दलन करते है पल में हरते है दुःख भगतो का ये,
जो भी करे कलयुग में सुमिरन करे निवारण कष्टों का ये,
चरण शरण में आये जो बनते उसका रखवाला,
जय हो जय हो बजरंग बाला जय हो अंजनी के लाला,
मंगल जन्मे मंगल करते कलयुग में दुःख यही है हरते,
करता गणेश है इनकी सेवा भूत पिशात इन्ही से डरते,
घोर अंधेरो में वास्मि पर करते यही उजाला,
जय हो जय हो बजरंग बाला जय हो अंजनी के लाला,