पद्मासन मे ध्यान लगाए मौन है
लाल लंगोटे वाला बाबा कौन है
सिया राम का प्यारा, अंजनी मा का तारा
अदमूदी आँखों से, सब देख रहा संसारा -2
जो भक्तो के ताज कहाते
सब संकट को दूर भागते
जातक झूम झूम के गाते, जय बाबा
जो भक्तो के ताज कहाते
सब संकट को दूर भागते
जातक झूम झूम के गाते, जय बाबा
स्वर्ण मुकुट माथे पे सजे
एक हाथ मे गाड़ा विराजे
चरणो से बहती प्रेम धारा
जय जय बजरंगी जय जय बाला
जय जय बजरंगी जय जय बाला
जय जय बजरंगी जय जय बाला
जय जय बजरंगी जय जय बाला
जय जय बजरंगी जय जय बाला
जय जय बजरंगी जय जय बाला
कष्टों की बारिश मे, प्रेम की धूप है
महाबली है, महारुद्र का रूप है
माया तेरी अजब निराली,
भर जाती हैं झोली खाली
जिसपे तूने नज़र है डाली, जय बाबा
माया तेरी अजब निराली,
भर जाती हैं झोली खाली
जिसपे तूने नज़र है डाली, जय बाबा
ढोल नगाड़े द्वार पे बाजे
सुर नर मुनि दर्शन को आवे
सवमानी का भोग लगावे, जय बाबा
जय जय बजरंगी जय जय बाला
जय जय बजरंगी जय जय बाला
जय जय बजरंगी जय जय बाला
जय जय बजरंगी जय जय बाला
जय जय बजरंगी जय जय बाला
जय जय बजरंगी जय जय बाला
- कुंवर दीपक