सेवा में दादी थारी मैं तो रम जाऊ माँ
थे जईआ मने बड़ाउ गा बहिया बन जाऊ माँ
सेवा में दादी थारी मैं तो रम जाऊ माँ
ते हुकम करो तो दादी जी कोयल बन जाऊ मैं,
मैं कुहू कुहू करके थाने रोज जगाऊ माँ
थे जईआ मने बड़ाउ गा बहिया बन जाऊ माँ
सेवा में दादी थारी मैं तो रम जाऊ माँ
थे कहो तो दादी जी तितली बन जाऊ मैं
थारे मंदिरिये में मैया हर दम मंडराऊ माँ
थे जईआ मने बड़ाउ गा बहिया बन जाऊ माँ
सेवा में दादी थारी मैं तो रम जाऊ माँ
थारी मर्जी हो तो दादी जी थारा सिंह बन जाऊ मैं
मैं बिठा पीठ पर मेरी थाणे सैर कराऊ माँ
थे जईआ मने बड़ाउ गा बहिया बन जाऊ माँ
सेवा में दादी थारी मैं तो रम जाऊ माँ
हे भूलू तो दादी जी बड दो बड जाऊ मैं
कवे हर्ष भवानी हर पल थारा दर्शन पाऊ माँ
थे जईआ मने बड़ाउ गा बहिया बन जाऊ माँ
सेवा में दादी थारी मैं तो रम जाऊ माँ