चले जायेंगे हम बिहारी जी,सुनलो अरज हमारी,
भूल न जाना फिर भी भुलाना इतनी अर्ज हमारी जी,
कैसे कहू क्या बीत रही है ओ मेरे बांके बिहारी,
दर का बिखारी बना लो भगवन इतनी सी अर्ज हमारी ,
भूल न जाना फिर भी भुलाना....................
सब कुछ हर लो मेरा प्रभु मेरे दिल से कभी ना जाना,
एक सहारा तेरा ही भगवन और ना कोई ठिकाना,
भूल न जाना फिर भी भुलाना...............
कुछ भी न तुमसे कहे गे भगवन चाहे जितना भी तद्पालो,
इतनी सी है चाह मेरी अब मुजको भी अपना लो,
भूल न जाना फिर भी भुलाना.................
एक दिन हमको वसाओ गे प्रभु हमें अपना बना कर,
जिस जग में है हमें फसाया उस से हमें छुड़ा कर,
भूल न जाना फिर भी भुलाना..................