भगवान भला करना सबका मेरे राम भला करना सब का
मोह लोभ में लोग फसे है दुख राहे पे तिनका तिनका
भगवान भला करना सबका ..............
धरती पर अब पाप बड़ा है नशा दोलत का पर्दा पड़ा है
हर कोई है खून का प्यासा रखते नही है किसी से आशा
जग में ज्ञान की कमी हुई है फेरा है मनका मनका
भगवान भला करना सबका ..............
दूरा चारी इंसान बना है उतना ही वो खुद में पना है
इरषा जलन की भावना रखते करये अच्छा कर नही सकते
एह्न्कार में फस कर देखो रेहता है संका संका
भगवान भला करना सबका ..............