आया बड़ा मंगल है भगतो ने दिल में है ठाना,
कोई भूखा आज रहे न भंडारा है कराना
जो भी सोचो जो भी चाहो वो तो सब हो जाता है
बिन मांगे बजरंग बलि से सब कुछ वो मिल जाता है
आज बड़ा ही शुभ दिन है ओर दिन भी मंगल वार है
चारो और ही बस गूंजे आज बजरंग की जैकार है
आज बड़े मंगल पे भोग इन्हें है लगाना
कोई भूखा आज रहे न भंडारा है कराना
आज ख़ुशी का दिन है बड़ा और भगत देखो झूम रहे
बार बार बजरंगी के चरणों को प्यार से चूम रहे
आरजू सर्व सजाते है और प्रेम प्रेम से गाते है
आज बड़े मंगल को हम मिल के अलख जगाते है
राजेश भैया ने ठाना चलो कुछ है करके दिखाना
कोई भूखा आज रहे न भंडारा है कराना