बाला जी तेरे चरणों में इक दुखियां मारी आई है
चरणों में ध्यान लगा कर के दुःख अपना सुनाने आई है,
बाला जी तेरे चरणों में इक दुखियां बेटी आई है
इस झूठे जग में हे बाबा मुझे सच्चा तेरा यह धाम लगा
श्रधा के भाव चदा कर के तुम्हे मावी मनाने आई है
चरणों में ध्यान लगा कर के दुःख अपना सुनाने आई है,
मैं तीनो पेहर तुम्हे बाला जी इस सुने मन में बुलाती हु
मेरे मन में है अंधकार भरा बेटी इको मिटाने आई है,
चरणों में ध्यान लगा कर के दुःख अपना सुनाने आई है,