हम भूल गए रे कई बार मगर कभी श्याम नहीं भूले,
पग पग पे दिया है साथ नहीं एक बार कभी भूले,
हम भूल गए रे कई बार………………
कोई दुःख में याद करे इनको ये लीले चढ़ कर आते हैं,
सुख आते ही नादानी में क्यों इनको वो बिसराते हैं,
ये छोड़े ना फिर भी हाथ जो इनके पाँव कभी छू ले ,
हम भूल गए रे कई बार………………
है भाव के भूखे श्याम प्रभु जो भाव से इनको रिझाते हियँ,
वो बाबा को प्यारे लगते जो मीठे भजन सुनाते हैं,
सेवा कर ले निस्वार्थ तो हर परिवार फले फूले,
हम भूल गए रे कई बार………………
जब देखे भक्त पे कष्ट कोई ये मोरछड़ी लहराते हैं,
किस्मत वाले होते टीटू खाटू में जिनको बुलाते हैं,
दर्शन दे दीनानाथ जो मन से नाम कभी तू ले,
हम भूल गए रे कई बार………………