नजर सँवारे तेरी बस एक नजर,
मुझपे प्रभु है उसकी का असर ,
मैं दर दर पे बाबा भटक ता रहा था,
खुशियों की खातिर तड़पता रहा था,
तूने ही ली बाबा मेरी खबर,
नजर सँवारे तेरी बस एक नजर,
मैं सारे जहाँ की ख़ुशी मांगता हु,
कर्मो में अपने नहीं झांकता हु,
न रखा कभी मैंने खुद पे सबर,
नजर सँवारे तेरी बस एक नजर,
तेरे दर पे बाबा आता राहु मैं,
भजनो के तेरे गाता राहु मैं
यही बीत जाये ये सारी उम्र,
नजर सँवारे तेरी बस एक नजर,
तू ने कन्हियाँ को अपना लिया है,
जो कुछ भी माँगा प्रभु सब कुछ दिया है,
न राखी प्रभु तूने कोई कसर,
नजर सँवारे तेरी बस एक नजर,