रघुवर चरणों में, दे दे ठिकाना मुझे,
मैं भटकता हूँ, राह दिखाना मुझे,
रघुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे...
मैं तो पूजा से, जप तप से अंजान हूँ,
मतलबी लोगो से, मैं परेशान हूँ -2
कितना भरमाया है, ये जमाना मुझे,
रघुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे....
तन कही और है, मन कही और है
सुख की चाहत की, भारी यहाँ दौड़ है -2
इस समंदर में, अब ना बहाना मुझे,
रघुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे....
ये है काजल का घर, बच के कैसे रहूं,
अपनी आवाज़ दिल की, मैं किससे कहूं -2
इस मुसीबत से, तू ही बचाना मुझे
रघुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे,
मैं भटकता हूँ, राह दिखाना मुझे,
रघुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे........