इस झूठी दुनिया से बाला मुझको नफरत है -2
ओ बालाजी तू मेरी ज़रूरत है,
ओ बालाजी तू मेरी ज़रूरत है…………
भक्तो ने माँगा जो भी बाबा ने दिया है,
काम जो भी हो ना पाए उसको भी किया है,
इस झूठी दुनिया से बाबा मुझको नफरत है,
ओ बालाजी तू मेरी ज़रूरत है,
ओ बालाजी तू मेरी ज़रूरत है…….
जिसने भी मेरे प्यारे बालाजी को ध्याया,
निर्बल ने बल पाया और निर्धन ने धन पाया,
इस झूठी दुनिया से बाबा मुझको नफरत है,
ओ बालाजी तू मेरी ज़रूरत है,
ओ बालाजी तू मेरी ज़रूरत है………
दुखियो का सहारा बालाजी बिगड़ी तू बनाता है,
दर जो भी आया बाला जी बिन मांगे ही पाता है,
सारी दुनिया में चलती बाबा तेरी हुकूमत है,
ओ बालाजी तू मेरी ज़रूरत है,
ओ बालाजी तू मेरी ज़रूरत है……..