तू आ शेरा वाली, तू आ शेरावाली,
तू आ शेरा वाली, तू आ शेरावाली,
करा दर पे तेरे सदा शेरावाली,
मेरे अवगुणा ते ना जा शेरावाली,
मुक्क्दर मेरे नू बना शेरावाली.......
है संकट जमाने दे, कद तक सवांगा,
मैं कंडिया दी सेजा तों, कद तक भजांगा,
मैं दुखड़े किसे नूं कदो तक कवांगा,
मैं तुरदा हनेरे च कद तक रवांगा,
तू इक बार जलवा, वखा शेरावाली,
तू इक बार जलवा, वखा शेरावाली,
करा दर पे तेरे सदा शेरावाली॥
मैं हर थां ते अपना, है मस्तक नवाया,
मैं तन भी लुटाया, मैं धन भी लुटाया...माँ,
मगर कोई फल मैं, ना किदरों है पाया,
मैं सब दुनिया छड्ड के, तेरे दर ते आया,
तेरी बात सबसे, जुदा शेरावाली,
तेरी बात सबसे, जुदा शेरावाली,
करा दर पे तेरे सदा शेरावाली॥
तेरी भेटां जीवन, मैं अपना करांगा,
जियांगा तेरे लई तेरे लई मरांगा,
किसे भी ना लालच ना डर तों डरांगा,
मैं हर रोज़ ही तेरी पूजा करांगा,
तू कर अपने चन ते दया शेरावाली,
तू कर अपने चन ते दया शेरावाली,
करा दर पे तेरे सदा शेरावाली.........