नमन है तुझको हे गजराज, कृपा करदो मुझपर महाराज,
विघ्न विनाशक प्रथम पूज्य तुम, दुनिया के सरताज,
कृपा करदो मुझपर महाराज, नमन है तुझको हे गजराज,
नमन है तुझको हे गजराज, कृपा करदो मुझपर महाराज ।
गुणों के स्वामी तुम हो, अन्तर्यामी तुम हो,
हो तुम वेदो के ज्ञाता, तुम ही हो बुद्धि प्रदाता,
जिनकी कृपा से बनते जग में, बुद्धिमान कविराज,
कृपा करदो मुझपर महाराज, कृपा करदो मुझपर महाराज,
नमन है तुझको हे गजराज, कृपा करदो मुझपर महाराज ।
प्राण तुम रिद्धि सिद्धि के, देवता हो प्रसिद्धि के,
नाम शुभ लाभ तुम्हारा, हो जग के पालनहारा,
सुर नर मुनि पूजित वन्दित, इस जग के अधिराज,
कृपा करदो मुझपर महाराज, कृपा करदो मुझपर महाराज,
नमन है तुझको हे गजराज, कृपा करदो मुझपर महाराज ।
पार्वती शिव के बालक, सृष्टि के तुम हो पालक,
सुने जो तेरी गाथा, झुका दे अपना माथा,
अनुज गजेंद्र तड़प कर तुझको, देते है आवाज,
कृपा करदो मुझपर महाराज, कृपा करदो मुझपर महाराज,
नमन है तुझको हे गजराज, कृपा करदो मुझपर महाराज ।
विघ्न विनाशक प्रथम पूज्य तुम, दुनिया के सरताज,
कृपा करदो मुझपर महाराज, नमन है तुझको हे गजराज,
नमन है तुझको हे गजराज, कृपा करदो मुझपर महाराज ।