देवा हो देवा गणपति देवा,
वीगन हरण ये मंगल कारी देवो के ये देवा,
गणपति देवा गणपति देवा,
सब देवो में सबसे पहले तुम ही पूजे जाते,
रिद्धि सीधी के तुम हो दाता सब के भाग जगा ते,
जो भी तेरे दर पे आता उसको देवे मेवा,
गणपति देवा गणपति देवा...
दुखियो का दुःख पल में हारते ऐसे मंगल दाता,
ब्रह्मा विष्णु तुम्हे ध्याते मोदक मंगल दाता,
माता इनकी पार्वती है पिता महादेवा,
गणपति देवा गणपति देवा,
ताल सुरो के तुम हो सागर हर शब्दो के दाता.
भुधि मानी हो तुम हो ज्ञानी ऐसे भाग्ये विदाता,
जो भी तेरे गुण है गाये उसको देवे मेवा,
गणपति देवा गणपति देवा,