के मईया आ जाइये, देखु बाट तुम्हारी,
के मईया आ जाइये, देखु बाट तुम्हारी॥
हलवा खीर बणाए पूड़े,
के भोग लगा जाईये, देखु बाट तुम्हारी,
के मईया आ जाइये, देखु बाट तुम्हारी॥
चंदन चौकी बिछ रहया आसण,
के दर्श दिखा जाइये, देखु बाट तुम्हारी,
के मईया आ जाइये, देखु बाट तुम्हारी॥
धुप दीप से करू आरती,
के रंग जमा जाइये, देखु बाट तुम्हारी,
के मईया आ जाइये, देखु बाट तुम्हारी॥
तन भी तेरा मन भी तेरा,
के धीरे बंधा जाइये, देखु बाट तुम्हारी,
के मईया आ जाइये, देखु बाट तुम्हारी॥
कृष्ण लाल पुजारी मईया,
पार लगा जाइये, देखु बाट तुम्हारी,
के मईया आ जाइये, देखु बाट तुम्हारी........