जिसकी रक्षा को मैया तैयार हो गयी,
उसकी इस भव से तो नईया पार हो गई,
जिसकी रक्षा को मैया तैयार हो गयी
भक्तो का संसार में मैया तू ही इक सहारा है,
उसे कभी न कष्ट मिले माँ जिस पे प्यार तुम्हारा है,
जिस की अर्जी चरणों में स्वीकार हो गई,
उसकी इस भव से तो नईया पार हो गई,
जिसकी रक्षा को मैया तैयार हो गयी,
मन की मुरादे पूरी होती तेरे पूजन से मियां ,
जाए न दर से खाली कोई भर्ती झोली तू मैया,
जिस पर भी माँ की किरपा अपार हो गई,
उसकी इस भव से तो नईया पार हो गई,
जिसकी रक्षा को मैया तैयार हो गयी,
कौन स्माले मुझको भव से वो मेरी वरदानी माँ,
डूभ न जाए कही भवर में कश्ती मेरी भवानी माँ,
जिसके लिए माँ सिंह पे सवार हो गई,
उसकी इस भव से तो नईया पार हो गई,
जिसकी रक्षा को मैया तैयार हो गयी,