कर माँ की जय जय कार दुःख अपने मिटा ले
कर देगी माँ बेडा पार तू बिगड़ी बना दे
मन से जाप तू करले माँ का अपना नसीबा जगा ले
कर माँ की जय जय कार दुःख अपने मिटा ले
उलज गया तू माया जाल में माँ को तूने बुलाया है
अपना पराया करता रहा तू सोच क्या तूने पाया है
जायेगे सवर तेरे काम माँ को मन में सजा ले
कर माँ की जय जय कार दुःख अपने मिटा ले
माँ की मेहर हुई है उनपे जग ने जिन्हें ठुकराया है
सारे सन्तापो को मटाया और मंगल बरसाया है
कर सुमिरन माँ अपने पाप मिटा ले
कर माँ की जय जय कार दुःख अपने मिटा ले