खुशियां की वसीयत, अपने नाम कर ले,
सालासर बालाजी को राम राम कर ले॥
नाम राम का जो भी पुकारे,
ये तो खुश हो जाता ,
प्रेम भाव से भक्तो के,
सर पे हाथ फिराता ,
जीवन के दुखड़ो को पल में हर ले,
सालासर बालाजी को राम राम कर ले,
तू प्यारे बालाजी को राम राम कर ले॥
भाव से जो भी इसे पुकारे,
ये तो खुश हो जाता ,
प्रेम भाव से दौड़ा दौड़ा,
घर भक्तो के आता ,
भक्ति का खजाना अपने नाम कर ले,
सालासर बालाजी को राम राम कर ले,
तू प्यारे बालाजी को राम राम कर ले॥
दीन दुखी से प्रेम जो करता,
ये तो खुश हो जाता,
सच्ची सेवा और समर्पण,
बालाजी को भाता,
बालाजी का भरोसा दीपक तू भी करले,
सालासर बालाजी को राम राम कर ले,
तू प्यारे बालाजी को राम राम कर ले॥