दिल में तू श्याम नाम की,
ज्योति जला के देख,
आएंगे मेरे साँवरे,
दिल से बुला के देख॥
हारे का साथी श्याम है,
यारों का यार है,
अहलावती का लाल ये,
सुनता पुकार है,
चरणों में मेरे श्याम के,
दो आँसु बहा के देख,
आएंगे मेरे साँवरे,
दिल से बुला के देख॥
क़िस्मत के ताले खोलना,
बाबा के हाथ है,
इक तेरे कष्ट मेटना,
पल भर की बात है,
खुशियों से झोली भर देंगे,
तू झोली फैला के देख,
आएंगे मेरे साँवरे,
दिल से बुला के देख॥
होगा असर दुआ में तो,
बोलेगी मूर्ति,
जीवन में जो कमी है,
श्याम कर देंगे पूर्ति,
‘नरसी’ गर यकीन नहीं,
तो आजमा के देख,
आएंगे मेरे साँवरे,
दिल से बुला के देख.......