हित तो कीजे कमल नयन सौ,
हित तो कीजे कमल नयन सौ,
या हित आगे सब हित लागे फीको,
या हित आगे सब हित लागे फीको,
कमल नयन सौ,
हित तो कीजे कमल नयन सौ,
हित तो कीजे कमल नयन सौ.....
हरी को हित जैसे रंग मजिख,
हरी को हित जैसे रंग मजिख,
जगत को हित,
जगत को हित,
कुसुम्ब दिन द्विको,
कमल नयन सौ,
हित तो कीजे कमल नयन सौ,
हित तो कीजे कमल नयन सौ.....
या हित कीजे साधु संगत सौ,
या हित कीजे साधु संगत सौ,
जावे कल विक,
जावे कल विक जीको,
कमल नयन सौ,
हित तो कीजे कमल नयन सौ,
हित तो कीजे कमल नयन सौ.....
कहे हरिदास हित कीजे बिहारी सौ,
कहे हरिदास हित कीजे बिहारी सौ,
और निभावे,
और निभावे जाणे जीको,
कमल नयन सौ,
हित तो कीजे कमल नयन सौ,
हित तो कीजे कमल नयन सौ.....
या हित आगे सब हित लागे फीको,
या हित आगे सब हित लागे फीको,
कमल नयन सौ,
हित तो कीजे कमल नयन सौ,
हित तो कीजे कमल नयन सौ.....