मै योग्य तो नहीं यीशु तेरा प्यार पाने को,
मै योग्य तो नहीं तेरी भलाई पाने को,
फिर भी तूने प्यार किया, फिर भी तूने सम्मान दिया,
ऐसा गहरा प्रेम तू, धन्यवाद करू सदा.....
मेरी सोच भी बुरी थी, ख़राब भी करता ही था,
फिर भी तूने दया किया, फिर भी तूने क्षमा किया,
ऐसा गहरा प्रेम तू.....
मै जैतून डाली बनकर भी अच्छे से फल ना ला सका,
फिर भी तूने इस डाली को त्यागा नहीं इस नीच को,
ऐसा गहरा प्रेम तू....